Yusabbiĥu Lillāh Mā Fī As-Samāwāti Wa Mā Fī Al-'Arđi ۖ Lahu Al-Mulku Wa Lahu Al-Ĥamdu ۖ Wa Huwa `Alá Kulli Shay'inQadīrun
064-001 जो चीज़ आसमानों में है और जो चीज़ ज़मीन में है (सब) ख़ुदा ही की तस्बीह करती है उसी की बादशाहत है और तारीफ़ उसी के लिए सज़ावार है और वही हर चीज़ पर कादिर है
Khalaqa As-Samāwāti Wa Al-'Arđa Bil-Ĥaqqi Wa Şawwarakum Fa'aĥsana Şuwarakum ۖ Wa 'Ilayhi Al-Maşīru
064-003 उसी ने सारे आसमान व ज़मीन को हिकमत व मसलेहत से पैदा किया और उसी ने तुम्हारी सूरतें बनायीं तो सबसे अच्छी सूरतें बनायीं और उसी की तरफ लौटकर जाना हैं
Ya`lamu Mā Fī As-Samāwāti Wa Al-'Arđi Wa Ya`lamu Mā Tusirrūna Wa Mā Tu`linūna Wa ۚ Allāhu `Alīmun Bidhāti Aş-Şudūri
064-004 जो कुछ सारे आसमान व ज़मीन में है वह (सब) जानता है और जो कुछ तुम छुपा कर या खुल्लम खुल्ला करते हो उससे (भी) वाकिफ़ है और ख़ुदा तो दिल के भेद तक से आगाह है
064-005 क्या तुम्हें उनकी ख़बर नहीं पहुँची जिन्होंने (तुम से) पहले कुफ़्र किया तो उन्होने अपने काम की सज़ा का (दुनिया में) मज़ा चखा और (आख़िरत में तो) उनके लिए दर्दनाक अज़ाब है
Dhālika Bi'annahu Kānat Ta'tīhimRusuluhum Bil-Bayyināti Faqālū 'Abasharun Yahdūnanā Fakafarū Wa Tawallaw ۚ Wa Astaghná Allāhu Wa ۚ Allāhu Ghanīyun Ĥamīdun
064-006 ये इस वजह से कि उनके पास पैग़म्बर वाज़ेए व रौशन मौजिज़े लेकर आ चुके थे तो कहने लगे कि क्या आदमी हमारे हादी बनेंगें ग़रज़ ये लोग काफ़िर हो बैठे और मुँह फेर बैठे और ख़ुदा ने भी (उनकी) परवाह न की और ख़ुदा तो बे परवा सज़ावारे हम्द है
Za`ama Al-Ladhīna Kafarū 'An Lan Yub`athū ۚ Qul Balá Wa Rabbī Latub`athunna Thumma Latunabba'uunna Bimā `Amiltum ۚ Wa Dhalika `Alá Allāhi Yasīrun
064-007 काफ़िरों का ख्याल ये है कि ये लोग दोबारा न उठाए जाएँगे (ऐ रसूल) तुम कह दो वहाँ अपने परवरदिगार की क़सम तुम ज़रूर उठाए जाओगे फिर जो जो काम तुम करते रहे वह तुम्हें बता देगा और ये तो ख़ुदा पर आसान है
Yawma Yajma`ukum Liyawmi Al-Jam`i ۖ Dhālika Yawmu At-Taghābuni ۗ Wa Man Yu'umin Billāhi Wa Ya`mal Şāliĥāan Yukaffir `Anhu Sayyi'ātihi Wa Yudkhilhu Jannātin Tajrī Min Taĥtihā Al-'AnhāruKhālidīna Fīhā 'Abadāan ۚ Dhālika Al-Fawzu Al-`Ažīmu
064-009 जब वह क़यामत के दिन तुम सबको जमा करेगा फिर यही हार जीत का दिन होगा और जो शख़्श ख़ुदा पर ईमान लाए और अच्छा काम करे वह उससे उसकी बुराइयाँ दूर कर देगा और उसको (बेहिश्त में) उन बाग़ों में दाख़िल करेगा जिनके नीचे नहरें जारी हैं वह उनमें अबादुल आबाद हमेशा रहेगा, यही तो बड़ी कामयाबी है
Yā 'Ayyuhā Al-Ladhīna 'Āmanū 'Inna Min 'Azwājikum Wa 'Awlādikum `Adūwāan Lakum Fāĥdharūhum ۚ Wa 'In Ta`fū Wa Taşfaĥū Wa Taghfirū Fa'inna Allāha GhafūrunRaĥīmun
064-014 ऐ ईमानदारों तुम्हारी बीवियों और तुम्हारी औलाद में से बाज़ तुम्हारे दुशमन हैं तो तुम उनसे बचे रहो और अगर तुम माफ कर दो दरगुज़र करो और बख्श दो तो ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है
Fāttaqū Allaha Mā Astaţa`tum Wa Asma`ū Wa 'Aţī`ū Wa 'Anfiqū Khayrāan Li'nfusikum ۗ Wa Man Yūqa Shuĥĥa Nafsihi Fa'ūlā'ika Humu Al-Mufliĥūna
064-016 तो जहाँ तक तुम से हो सके ख़ुदा से डरते रहो और (उसके एहकाम) सुनो और मानों और अपनी बेहतरी के वास्ते (उसकी राह में) ख़र्च करो और जो शख़्श अपने नफ्स की हिरस से बचा लिया गया तो ऐसे ही लोग मुरादें पाने वाले हैं