Qāla Rabbi 'Innī Wahana Al-`Ažmu Minnī Wa Ashta`ala Ar-Ra'su Shaybāan Wa Lam 'Akun Bidu`ā'ika Rabbi Shaqīyāan
019-004 (और) अर्ज़ की ऐ मेरे पालने वाले मेरी हड्डियां कमज़ोर हो गई और सर है कि बुढ़ापे की (आग से) भड़क उठा (सेफद हो गया) है और ऐ मेरे पालने वाले मैं तेरी बारगाह में दुआ कर के कभी महरूम नहीं रहा हूँ
Wa 'Innī Khiftu Al-Mawāliya Min Warā'ī Wa Kānati Amra'atī `Āqirāan Fahab Lī Min Ladunka Walīyāan
019-005 और मैं अपने (मरने के) बाद अपने वारिसों से सहम जाता हूँ (कि मुबादा दीन को बरबाद करें) और मेरी बीबी उम्मे कुलसूम बिनते इमरान बांझ है पस तू मुझको अपनी बारगाह से एक जाँनशीन फरज़न्द अता फ़रमा
Qāla Kadhālika Qāla Rabbuka Huwa `Alayya Hayyinun Wa QadKhalaqtuka MinQablu Wa Lam Taku Shay'āan
019-009 (खुदा ने) फ़रमाया ऐसा ही होगा तुम्हारा परवरदिगार फ़रमाता है कि ये बात हम पर (कुछ दुशवार नहीं) आसान है और (तुम अपने को तो ख्याल करो कि) इससे पहले तुमको पैदा किया हालाँकि तुम कुछ भी न थे
Fakharaja `Alá Qawmihi Mina Al-Miĥrābi Fa'awĥá 'Ilayhim 'An Sabbiĥū Bukratan Wa `Ashīyāan
019-011 फिर ज़करिया (अपने इबादत के) हुजरे से अपनी क़ौम के पास (हिदायत देने के लिए) निकले तो उन से इशारा किया कि तुम लोग सुबह व शाम बराबर उसकी तसबीह (व तक़दीस) किया करो
Qāla Kadhāliki Qāla Rabbuki Huwa `Alayya Hayyinun ۖ Wa Linaj`alahu~ 'Āyatan Lilnnāsi Wa Raĥmatan Minnā ۚ Wa Kāna 'Amrāan Maqđīyāan
019-021 जिबरील ने कहा तुमने कहा ठीक (मगर) तुम्हारे परवरदिगार ने फ़रमाया है कि ये बात (बे बाप के लड़का पैदा करना) मुझ पर आसान है ताकि इसको (पैदा करके) लोगों के वास्ते (अपनी क़ुदरत की) निशानी क़रार दें और अपनी ख़ास रहमत का ज़रिया बनायें
019-023 फिर (जब जनने का वक्त ़क़रीब आया तो दरदे ज़ह) उन्हें एक खजूर के (सूखे) दरख्त की जड़ में ले आया और (बेकसी में शर्म से) कहने लगीं काश मैं इससे पहले मर जाती और (न पैद होकर)
Fanādāhā Min Taĥtihā 'Allā Taĥzanī Qad Ja`ala Rabbuki Taĥtaki Sarīyāan
019-024 बिल्कुल भूली बिसरी हो जाती तब जिबरील ने मरियम के पाईन की तरफ़ से आवाज़ दी कि तुम कुढ़ों नहीं देखो तो तुम्हारे परवरदिगार ने तुम्हारे क़रीब ही नीचे एक चश्मा जारी कर दिया है
Fakulī Wa Ashrabī Wa Qarrī `Aynāan ۖ Fa'immā Taraynna Mina Al-Bashari 'Aĥadāan Faqūlī 'Innī Nadhartu Lilrraĥmani Şawmāan Falan 'Ukallima Al-Yawma 'Insīyāan
019-026 और (चश्मे का पानी) पियो और (लड़के से) अपनी ऑंख ठन्डी करो फिर अगर तुम किसी आदमी को देखो (और वह तुमसे कुछ पूछे) तो तुम इशारे से कह देना कि मैंने खुदा के वास्ते रोजे क़ी नज़र की थी तो मैं आज हरगिज़ किसी से बात नहीं कर सकती
Wa Ja`alanī Mubārakāan 'Ayna Mā Kuntu Wa 'Awşānī Biş-Şalāati Wa Az-Zakāati Mā Dumtu Ĥayyāan
019-031 और मै (चाहे) कहीं रहूँ मुझ को मुबारक बनाया और मुझ को जब तक ज़िन्दा रहूँ नमाज़ पढ़ने ज़कात देने की ताकीद की है और मुझ को अपनी वालेदा का फ़रमाबरदार बनाया
Mā Kāna Lillāh 'An Yattakhidha Min Waladin ۖ Subĥānahu~ ۚ 'Idhā Qađá 'Amrāan Fa'innamā Yaqūlu Lahu Kun Fayakūnu
019-035 खुदा कि लिए ये किसी तरह सज़ावार नहीं कि वह (किसी को) बेटा बनाए वह पाक व पकीज़ा है जब वह किसी काम का करना ठान लेता है तो बस उसको कह देता है कि ''हो जा'' तो वह हो जाता है
Wa 'Inna Allāha Rabbī Wa Rabbukum Fā`budūhu ۚ Hādhā Şirāţun Mustaqīmun
019-036 और इसमें तो शक ही नहीं कि खुदा (ही) मेरा (भी) परवरदिगार है और तुम्हारा (भी) परवरदिगार है तो सब के सब उसी की इबादत करो यही (तौहीद) सीधा रास्ता है
Fākhtalafa Al-'Aĥzābu Min Baynihim ۖ Fawaylun Lilladhīna Kafarū Min Mash/hadi Yawmin `Ažīmin
019-037 (और यही दीन ईसा लेकर आए थे) फिर (काफिरों के) फ़िरकों ने बहम एख़तेलाफ किया तो जिन लोगों ने कुफ्र इख़्तियार किया उनके लिए बड़े (सख्त दिन खुदा के हुज़ूर) हाज़िर होने से ख़राबी है
'IdhQāla Li'abīhi Yā 'Abati Lima Ta`budu Mā Lā Yasma`u Wa Lā Yubşiru Wa Lā Yughnī `Anka Shay'āan
019-042 इसमें शक नहीं कि वह बड़े सच्चे नबी थे जब उन्होंने अपने चचा और मुँह बोले बाप से कहा कि ऐ अब्बा आप क्यों, ऐसी चीज़ (बुत) की परसतिश करते हैं जो ने सुन सकता है और न देख सकता है
Yā 'Abati 'Innī Qad Jā'anī Mina Al-`Ilmi Mā Lam Ya'tika Fa Attabi`nī 'Ahdika Şirāţāan Sawīyāan
019-043 और न कुछ आपके काम ही आ सकता है ऐ मेरे अब्बा यक़ीनन मेरे पास वह इल्म आ चुका है जो आपके पास नहीं आया तो आप मेरी पैरवी कीजिए मैं आपको (दीन की) सीधी राह दिखा दूँगा
019-046 (आज़र ने) कहा (क्यों) इबराहीम क्या तू मेरे माबूदों को नहीं मानता है अगर तू (इन बातों से) किसी तरह बाज़ न आएगा तो (याद रहे) मैं तुझे संगसार कर दूँगा और तू मेरे पास से हमेशा के लिए दूर हो जा
Wa 'A`tazilukum Wa Mā Tad`ūna Min Dūni Allāhi Wa 'Ad`ū Rabbī `Asá 'Allā 'Akūna Bidu`ā'i Rabbī Shaqīyāan
019-048 (क्योंकि) बेशक वह मुझ पर बड़ा मेहरबान है और मैंने आप को (भी) और इन बुतों को (भी) जिन्हें आप लोग खुदा को छोड़कर पूजा करते हैं (सबको) छोड़ा और अपने परवरदिगार ही की इबादत करूँगा उम्मीद है कि मैं अपने परवरदिगार की इबादत से महरूम न रहूँगा
Falammā A`tazalahum Wa Mā Ya`budūna Min Dūni Allāhi Wahabnā Lahu~ 'Isĥāqa Wa Ya`qūba ۖ Wa Kullā Ja`alnā Nabīyāan
019-049 ग़रज़ इबराहीम ने उन लोगों को और जिसे ये लोग खुदा को छोड़कर परसतिश किया करते थे छोड़ा तो हमने उन्हें इसहाक़ व याकूब (सी औलाद) अता फ़रमाई और हर एक को नुबूवत के दर्जे पर फ़ायज़ किया
019-057 और हमने उनको बहुत ऊँची जगह (बेहिश्त में) बुलन्द कर (के पहुँचा) दिया
وَرَفَعْنَاهُ مَكَاناً عَلِيّاً
'Ūlā'ika Al-Ladhīna 'An`ama Allāhu `Alayhim Mina An-Nabīyīna MinDhurrīyati 'Ādama Wa Mimman Ĥamalnā Ma`a Nūĥin Wa MinDhurrīyati 'Ibrāhīma Wa 'Isrā'īla Wa Mimman Hadaynā Wa Ajtabaynā ۚ 'Idhā Tutlá `Alayhim 'Āyātu Ar-Raĥmāni Kharrū Sujjadāan Wa Bukīyāan
019-058 ये अम्बिया लोग जिन्हें खुदा ने अपनी नेअमत दी आदमी की औलाद से हैं और उनकी नस्ल से जिन्हें हमने (तूफ़ान के वक्त) नूह के साथ (कश्ती पर) सवारकर लिया था और इबराहीम व याकूब की औलाद से हैं और उन लोगों में से हैं जिनकी हमने हिदायत की और मुन्तिख़ब किया जब उनके सामने खुदा की (नाज़िल की हुई) आयतें पढ़ी जाती थीं तो सजदे में ज़ारोक़तार रोते हुए गिर पड़ते थे (58) सजदा
Fakhalafa Min Ba`dihimKhalfun 'Ađā`ū Aş-Şalāata Wa Attaba`ū Ash-Shahawāti ۖ Fasawfa Yalqawna Ghayyāan
019-059 फिर उनके बाद कुछ नाख़लफ (उनके) जानशीन हुए जिन्होंने नमाज़ें खोयी और नफ़सानी ख्वाहिशों के चेले बन बैठे अनक़रीब ही ये लोग (अपनी) गुमराही (के ख़ामयाजे) से जा मिलेंगे
'Illā Man Tāba Wa 'Āmana Wa `Amila Şāliĥāan Fa'ūlā'ika Yadkhulūna Al-Jannata Wa Lā Yužlamūna Shay'āan
019-060 मगर (हाँ) जिसने तौबा कर लिया और अच्छे-अच्छे काम किए तो ऐसे लोग बेहिश्त में दाख़िल होंगे और उन पर कुछ भी जुल्म नहीं किया जाएगा वह सदाबहार बाग़ात में रहेंगे
Lā Yasma`ūna Fīhā Laghwan 'Illā Salāmāan ۖ Wa LahumRizquhum Fīhā Bukratan Wa `Ashīyāan
019-062 वह लोग वहाँ सलाम के सिवा कोई बेहूदा बात सुनेंगे ही नहीं मगर हर तरफ से इस्लाम ही इस्लाम (की आवाज़ आएगी) और वहाँ उनका खाना सुबह व शाम (जिस वक्त चाहेंगे) उनके लिए (तैयार) रहेगा
Wa Mā Natanazzalu 'Illā Bi'amri Rabbika ۖ Lahu Mā Bayna 'Aydīnā Wa Mā Khalfanā Wa Mā Bayna Dhālika ۚ Wa Mā Kāna Rabbuka Nasīyāan
019-064 और (ऐ रसूल) हम लोग फ़रिश्ते आप के परवरदिगार के हुक्म के बग़ैर (दुनिया में) नहीं नाज़िल होते जो कुछ हमारे सामने है और जो कुछ हमारे पीठ पीछे है और जो कुछ उनके दरमियान में है (ग़रज़ सबकुछ) उसी का है
Rabbu As-Samāwāti Wa Al-'Arđi Wa Mā Baynahumā Fā`bud/hu Wa Aşţabir Li`ibādatihi ۚ Hal Ta`lamu Lahu Samīyāan
019-065 और तुम्हारा परवरदिगार कुछ भूलने वाला नहीं है सारे आसमान और ज़मीन का मालिक है और उन चीज़ों का भी जो दोनों के दरमियान में है तो तुम उसकी इबादत करो (और उसकी इबादत पर साबित) क़दम रहो भला तुम्हारे इल्म में उसका कोई हमनाम भी है
Fawarabbika Lanaĥshurannahum Wa Ash-Shayāţīna Thumma Lanuĥđirannahum Ĥawla Jahannama Jithīyāan
019-068 तो वह (ऐ रसूल) तुम्हारे परवरदिगार की (अपनी) क़िस्म हम उनको और शैतान को इकट्ठा करेगे फिर उन सब को जहन्नुम के गिर्दागिर्द घुटनों के बल हाज़िर करेंगे
Wa 'Idhā Tutlá `Alayhim 'Āyātunā BayyinātinQāla Al-Ladhīna Kafarū Lilladhīna 'Āmanū 'Ayyu Al-Farīqayni Khayrun Maqāmāan Wa 'Aĥsanu Nadīyāan
019-073 और जब हमारी वाज़ेए रौशन आयतें उनके सामने पढ़ी जाती हैं तो जिन लोगों ने कुफ़्र किया ईमानवालों से पूछते हैं भला ये तो बताओ कि हम तुम दोनों फरीक़ो में से मरतबे में कौन ज्यादा बेहतर है और किसकी महफिल ज्यादा अच्छी है
Qul Man Kāna Fī Ađ-Đalālati Falyamdud Lahu Ar-Raĥmānu Maddāan ۚ Ĥattá 'Idhā Ra'aw Mā Yū`adūna 'Immā Al-`Adhāba Wa 'Immā As-Sā`ata Fasaya`lamūna Man Huwa Sharrun Makānāan Wa 'Ađ`afu Jundāan
019-075 (ऐ रसूल) कह दो कि जो शख्स गुमराही में पड़ा है तो खुदा उसको ढ़ील ही देता चला जाता है यहाँ तक कि उस चीज़ को (अपनी ऑंखों से) देख लेंगे जिनका उनसे वायदा किया गया है या अज़ाब या क़यामत तो उस वक्त उन्हें मालूम हो जाएगा कि मरतबे में कौन बदतर है और लश्कर (जत्थे) में कौन कमज़ोर है (बेकस) है
Wa Yazīdu Allāhu Al-Ladhīna Ahtadaw Hudan Wa ۗ Al-Bāqiyātu Aş-Şāliĥātu Khayrun `Inda Rabbika Thawābāan Wa Khayrun Maraddāan
019-076 और जो लोग राहे रास्त पर हैं खुदा उनकी हिदायत और ज्यादा करता जाता है और बाक़ी रह जाने वाली नेकियाँ तुम्हारे परवरदिगार के नज़दीक सवाब की राह से भी बेहतर है और अन्जाम के ऐतबार से (भी) बेहतर है
Fa'innamā Yassarnāhu Bilisānika Litubashshira Bihi Al-Muttaqīna Wa Tundhira BihiQawmāan Luddāan
019-097 (ऐ रसूल) हमने उस कुरान को तुम्हारी (अरबी) जुबान में सिर्फ इसलिए आसान कर दिया है कि तुम उसके ज़रिए से परहेज़गारों को (जन्नत की) खुशख़बरी दो और (अरब की) झगड़ालू क़ौम को (अज़ाबे खुदा से) डराओ