Wa 'IdhQāla Mūsá Liqawmihi Yā Qawmi Lima Tu'udhūnanī Wa Qad Ta`lamūna 'Annī Rasūlu Allāhi 'Ilaykum ۖ Falammā Zāghū 'Azāgha Allāhu Qulūbahum Wa ۚ Allāhu Lā Yahdī Al-Qawma Al-Fāsiqīna
061-005 और जब मूसा ने अपनी क़ौम से कहा कि भाइयों तुम मुझे क्यों अज़ीयत देते हो हालॉकि तुम तो जानते हो कि मैं तुम्हारे पास ख़ुदा का (भेजा हुआ) रसूल हूँ तो जब वह टेढ़े हुए तो ख़ुदा ने भी उनके दिलों को टेढ़ा ही रहने दिया और ख़ुदा बदकार लोगों को मंज़िले मक़सूद तक नहीं पहुँचाया करता
Wa 'IdhQāla `Īsá Abnu Maryama Yā Banī 'Isrā'īla 'Innī Rasūlu Allāhi 'Ilaykum Muşaddiqāan Limā Bayna Yadayya Mina At-Tawrāati Wa Mubashshirāan Birasūlin Ya'tī Min Ba`dī Asmuhu~ 'Aĥmadu ۖ Falammā Jā'ahum Bil-Bayyināti Qālū Hādhā Siĥrun Mubīnun
061-006 और (याद करो) जब मरियम के बेटे ईसा ने कहा ऐ बनी इसराइल मैं तुम्हारे पास ख़ुदा का भेजा हुआ (आया) हूँ (और जो किताब तौरेत मेरे सामने मौजूद है उसकी तसदीक़ करता हूँ और एक पैग़म्बर जिनका नाम अहमद होगा (और) मेरे बाद आएँगे उनकी ख़ुशख़बरी सुनाता हूँ जो जब वह (पैग़म्बर अहमद) उनके पास वाज़ेए व रौशन मौजिज़े लेकर आया तो कहने लगे ये तो खुला हुआ जादू है
Wa Man 'Ažlamu Mimmani Aftará `Alá Allāhi Al-Kadhiba Wa Huwa Yud`á 'Ilá Al-'Islāmi Wa ۚ Allāhu Lā Yahdī Al-Qawma Až-Žālimīna
061-007 और जो शख़्श इस्लाम की तरफ बुलाया जाए (और) वह कुबूल के बदले उलटा ख़ुदा पर झूठ (तूफान) जोड़े उससे बढ़ कर ज़ालिम और कौन होगा और ख़ुदा ज़ालिम लोगों को मंज़िले मक़सूद तक नहीं पहुँचाया करता
Yaghfir LakumDhunūbakum Wa Yudkhilkum Jannātin Tajrī Min Taĥtihā Al-'Anhāru Wa Masākina Ţayyibatan Fī Jannāti `Adnin ۚ Dhālika Al-Fawzu Al-`Ažīmu
061-012 (ऐसा करोगे) तो वह भी इसके ऐवज़ में तुम्हारे गुनाह बख्श देगा और तुम्हें उन बाग़ों में दाख़िल करेगा जिनके नीचे नहरें जारी हैं और पाकीजा मकानात में (जगह देगा) जो जावेदानी बेहिश्त में हैं यही तो बड़ी कामयाबी है
061-014 ऐ ईमानदारों ख़ुदा के मददगार बन जाओ जिस तरह मरियम के बेटे ईसा ने हवारियों से कहा था कि (भला) ख़ुदा की तरफ (बुलाने में) मेरे मददगार कौन लोग हैं तो हवारीन बोल उठे थे कि हम ख़ुदा के अनसार हैं तो बनी इसराईल में से एक गिरोह (उन पर) ईमान लाया और एक गिरोह काफिर रहा, तो जो लोग ईमान लाए हमने उनको उनके दुशमनों के मुक़ाबले में मदद दी तो आख़िर वही ग़ालिब रहे